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"किस ओर मैं? किस ओर मैं? / हरिवंशराय बच्चन" के अवतरणों में अंतर

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है एक ओर सुरम्‍य थल,
 
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पर लहरों से ग्रसा, यह भी नहीं मैं जानता-
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है जीत एक तरफ खड़ी,
 
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संघर्ष-जीवन में धँसा यह भी नहीं मैं जानता-
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संघर्ष-जीवन में धँसा, यह भी नहीं मैं जानता-
  
 
ओर मैं? किस ओर मैं?
 
ओर मैं? किस ओर मैं?

16:30, 27 सितम्बर 2009 का अवतरण

ओर मैं? किस ओर मैं?


है एक ओर असित निशा,

है एक ओर अरुण दिशा,

पर आज स्‍वप्‍नों में फँसा, यह भी नहीं मैं जानता-

ओर मैं? किस ओर मैं?


है एक ओर अगम्‍य जल,

है एक ओर सुरम्‍य थल,

पर आज लहरों से ग्रसा, यह भी नहीं मैं जानता-

ओर मैं? किस ओर मैं?


है हार एक तरफ पड़ी,

है जीत एक तरफ खड़ी,

संघर्ष-जीवन में धँसा, यह भी नहीं मैं जानता-

ओर मैं? किस ओर मैं?