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तुम्हारा लौह चक्र आया / हरिवंशराय बच्चन
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13:46, 26 सितम्बर 2009
अचरज से निज मुख फैलाया,
दंत-
चिह्न
चिन्ह
केवल मानव का जब उस पर पाया!
तुम्हारा लौह चक्र आया!
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