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"हम बूढ़ों को आँख दिखाकर चले गये / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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हमको गुज़रा वक़्त बताकर चले गये
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बेटों ने रख लीं तस्वीरें शादी की
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बचपन की तस्वीर भुलाकर चले गये
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रोती माँ दरवाज़ा पकड़े खड़ी रही
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पुत्र हमारे हाथ हिलाकर चले गये
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बूढ़े कुत्ते करते घर की रखवाली
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गुज़़रे लम्हे ख़्वाब चुराकर चले गये
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खेती अधिया पर देकर आराम करो
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बेटे यह फ़रमान सुनाकर चले गये
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इतनी ही बस जीवन की उपलब्धि रही
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चार पड़ोसी चिता जलाकर चले गये
 
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20:37, 30 दिसम्बर 2018 के समय का अवतरण

हम बूढ़ों को आँख दिखाकर चले गये
बेटे कब आये कब आकर चले गये

अब वो नये ज़माने की बातें करते
हमको गुज़रा वक़्त बताकर चले गये

बेटों ने रख लीं तस्वीरें शादी की
बचपन की तस्वीर भुलाकर चले गये

रोती माँ दरवाज़ा पकड़े खड़ी रही
पुत्र हमारे हाथ हिलाकर चले गये

बूढ़े कुत्ते करते घर की रखवाली
गुज़़रे लम्हे ख़्वाब चुराकर चले गये

खेती अधिया पर देकर आराम करो
बेटे यह फ़रमान सुनाकर चले गये

इतनी ही बस जीवन की उपलब्धि रही
चार पड़ोसी चिता जलाकर चले गये