भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"दिन बीते बेगारी में / मृदुला झा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) छो (Rahul Shivay ने दिन बीते बेगारी मेंए / मृदुला झा पृष्ठ दिन बीते बेगारी में / मृदुला झा पर स्थानांतरित क...) |
Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
{{KKCatGhazal}} | {{KKCatGhazal}} | ||
<poem> | <poem> | ||
− | क्या जायेगा थारी | + | दिन बीते बेगारी में |
+ | क्या जायेगा थारी में | ||
जाऊँ मैं अब किसके दर | जाऊँ मैं अब किसके दर | ||
− | सबके सब बेकारी | + | सबके सब बेकारी में |
बिन रोटी के कितने दिन | बिन रोटी के कितने दिन | ||
− | गुजरेंगे बेजारी | + | गुजरेंगे बेजारी में |
बी पी एल में नाम नहीं | बी पी एल में नाम नहीं | ||
− | घूस की मारा मारी | + | घूस की मारा मारी में |
माँ बेटे की आँखों के | माँ बेटे की आँखों के | ||
− | सपने हैं दुश्वारी | + | सपने हैं दुश्वारी में |
</poem> | </poem> |
22:41, 4 मई 2019 के समय का अवतरण
दिन बीते बेगारी में
क्या जायेगा थारी में
जाऊँ मैं अब किसके दर
सबके सब बेकारी में
बिन रोटी के कितने दिन
गुजरेंगे बेजारी में
बी पी एल में नाम नहीं
घूस की मारा मारी में
माँ बेटे की आँखों के
सपने हैं दुश्वारी में