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"विश्वेश्वराय वरदाय / श्लोक" के अवतरणों में अंतर

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(नया पृष्ठ: <poem> विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपाय, लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय। नाग...)
 
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विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपाय,
 
विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपाय,
 
लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय।
 
लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय।
 
नागाननाय सितसर्पविभूषाय,
 
नागाननाय सितसर्पविभूषाय,
 
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥
 
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥
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15:16, 4 अक्टूबर 2008 का अवतरण


विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपाय,
लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय।
नागाननाय सितसर्पविभूषाय,
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥