भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"प्रेम गिलहरी दिल अखरोट / बाबुषा कोहली" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो ("प्रेम गिलहरी दिल अखरोट / बाबुषा कोहली" सुरक्षित कर दिया ([संपादन=केवल प्रबन्धकों को अनुमति दें] (अ)
 
(कोई अंतर नहीं)

18:25, 12 अगस्त 2021 के समय का अवतरण

प्रेम गिलहरी दिल अखरोट
Babusha-kohli-kavitakosh.jpeg
रचनाकार बाबुषा कोहली
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय
विधा कविता
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ

  • यात्रा / बाबुषा कोहली
  • आवाज़ दृश्य है / बाबुषा कोहली
  • ख़बरची / बाबुषा कोहली
  • चौथा आदमी / बाबुषा कोहली
  • बुरे वक़्त में / बाबुषा कोहली
  • तेजी ग्रोवर के लिए / बाबुषा कोहली
  • ख़ुदकुशी / बाबुषा कोहली
  • मिट्टी / बाबुषा कोहली
  • मध्यांतर के बाद / बाबुषा कोहली
  • साधो ! प्रेम राग तू साध : प्रेम के सात सुर / बाबुषा कोहली
  • आठवाँ दिन / बाबुषा कोहली
  • नदी और हंस की कथा / बाबुषा कोहली
  • सत्य कोयले की खदान में लगी आग है / बाबुषा कोहली
  • मेरे शहर की निर्लज्ज धूप निर्वस्त्र घूम रही है / बाबुषा कोहली
  • चीख / बाबुषा कोहली
  • देह देह वैदेही / बाबुषा कोहली
  • तीसरा विश्वयुद्ध / बाबुषा कोहली
  • डूबना कठिन है / बाबुषा कोहली
  • सितार बजाता ख़ुदा और सुबह का राग पहला / बाबुषा कोहली
  • चार तिलों की चाहत और एक बिन्दी लाल / बाबुषा कोहली
  • सूर्य, पृथ्वी और दो हज़ार ग्यारह गाँठें / बाबुषा कोहली
  • भादों का पानी / बाबुषा कोहली
  • कई तरह से बनती है आग - 1 / बाबुषा कोहली
  • कई तरह से बनती है आग - 2 / बाबुषा कोहली
  • सफ़ेद फूल / बाबुषा कोहली
  • हमको मन की शक्ति देना / बाबुषा कोहली
  • डूबते सूरज के साथ उगना / बाबुषा कोहली
  • दस दिन और ग्यारह रातें / बाबुषा कोहली
  • अश्वत्थामा / बाबुषा कोहली
  • प्रेम गिलहरी दिल अखरोट (कविता) / बाबुषा कोहली
  • सस्ती ज़िन्दगी और शौक़ एक महँगा वाला / बाबुषा कोहली
  • जूते / बाबुषा कोहली
  • इच्छा / बाबुषा कोहली
  • दुखता है दिखता नहीं / बाबुषा कोहली
  • देह के अलाव पर प्रेम की कड़ाही है / बाबुषा कोहली
  • न्याय / बाबुषा कोहली
  • जलपरियाँ / बाबुषा कोहली
  • दंड / बाबुषा कोहली
  • दहाड़ / बाबुषा कोहली
  • एक नीली प्रार्थना और छुपना ईश्वर का / बाबुषा कोहली
  • प्यार / बाबुषा कोहली
  • पौरुष / बाबुषा कोहली
  • आशीर्वाद / बाबुषा कोहली
  • छठे पहर की नमाज़ / बाबुषा कोहली
  • अ-विभाज्य / बाबुषा कोहली
  • मौन की लय में गीत प्रेम का / बाबुषा कोहली
  • कहा - सुनी : या इलाही से मुख़ातिब / बाबुषा कोहली
  • हद पार / बाबुषा कोहली
  • शरीफ़ आदमियों की घरवालियाँ / बाबुषा कोहली
  • हीरामन की गँवई क़सम हो चली हूँ / बाबुषा कोहली
  • भोर का ख़्वाब जो टूटे / बाबुषा कोहली
  • उम्मीद / बाबुषा कोहली
  • कवि की जेब में / बाबुषा कोहली
  • हरित क्रांति : क़िस्सा-ए-फ़ेसबुक / बाबुषा कोहली
  • खिलौने : एक टीचर की डायरी से / बाबुषा कोहली
  • तिलिस्म / बाबुषा कोहली
  • अपना भी एक एनिमल फ़ार्म : षट दर्शन / बाबुषा कोहली
  • ‘स’ और ‘द’ का अंतर / बाबुषा कोहली
  • वसीयत / बाबुषा कोहली
  • ब्रेक अप : टूटी माला के नौ मोती / बाबुषा कोहली
  • उबरने में डूबी हुयी औरत / बाबुषा कोहली
  • शायर ! ओ शायर ! / बाबुषा कोहली
  • मृत्यु के स्वप्न में एक साँस प्रेम की / बाबुषा कोहली
  • मुक्ति का उत्सव / बाबुषा कोहली
  • बुद्ध की चाह में / बाबुषा कोहली
  • संदिग्ध / बाबुषा कोहली
  • घोषणा से पहले / बाबुषा कोहली
  • सोमवार से शनिवार के बीच कहीं / बाबुषा कोहली
  • फिर कृष्ण ने कहा.. / बाबुषा कोहली
  • वो एक गोरखधंधा है / बाबुषा कोहली
  • प्रतीक्षा / बाबुषा कोहली