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"पानी के संस्मरण / रघुवीर सहाय" के अवतरणों में अंतर

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कौंध। दूर घोर वन में मूसलाधार वृष्टि
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कौंध । दूर घोर वन में मूसलाधार वृष्टि
 
दुपहर : घना ताल : ऊपर झुकी आम की डाल
 
दुपहर : घना ताल : ऊपर झुकी आम की डाल
 
बयार : खिड़की पर खड़े, आ गई फुहार
 
बयार : खिड़की पर खड़े, आ गई फुहार
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मन में पानी के अनेक संस्मरण हैं।
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मन में पानी के अनेक संस्मरण हैं ।
 
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20:42, 17 दिसम्बर 2011 का अवतरण

कौंध । दूर घोर वन में मूसलाधार वृष्टि
दुपहर : घना ताल : ऊपर झुकी आम की डाल
बयार : खिड़की पर खड़े, आ गई फुहार
रात : उजली रेती के पार; सहसा दिखी
शान्त नदी गहरी

मन में पानी के अनेक संस्मरण हैं ।