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"पिल्ला / काका हाथरसी" के अवतरणों में अंतर

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पिल्ला बैठा कार में, मानुष ढोवें बोझ
 
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भेद न इसका मिल सका, बहुत लगाई खोज
 
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बहुत लगाई खोज, रोज़ साबुन से न्हाता
 
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देवी जी के हाथ, दूध से रोटी खाता
 
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कहँ 'काका' कवि, माँगत हूँ वर चिल्ला-चिल्ला
 
कहँ 'काका' कवि, माँगत हूँ वर चिल्ला-चिल्ला
 
 
पुनर्जन्म में प्रभो! बनाना हमको पिल्ला
 
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00:25, 29 अक्टूबर 2009 के समय का अवतरण

पिल्ला बैठा कार में, मानुष ढोवें बोझ
भेद न इसका मिल सका, बहुत लगाई खोज
बहुत लगाई खोज, रोज़ साबुन से न्हाता
देवी जी के हाथ, दूध से रोटी खाता
कहँ 'काका' कवि, माँगत हूँ वर चिल्ला-चिल्ला
पुनर्जन्म में प्रभो! बनाना हमको पिल्ला