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"एलान-ए-जंग / अली सरदार जाफ़री" के अवतरणों में अंतर

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आज़ादी-ए-हयात का सामान कर दिया
 
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शेख़ और बिरहमन में बढ़ाया इत्तिहाद
और बिरहमन में बढ़ाया इत्तिहाद
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गोया उन्हें दो कालिब-ओ-यकजान कर दिया
 
गोया उन्हें दो कालिब-ओ-यकजान कर दिया
  
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ज़ुल्मो-सितम की नाव डुबोने के वास्ते
ल्मो-सितम की नाव डुबोने के वास्ते
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क़तरे को आंखों-आंखों में तूफ़ान कर दिया
तरे को आंखों-आंखों में तूफ़ान कर दिया
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09:11, 12 जुलाई 2009 का अवतरण

गांधी जी जंग का एलान कर दिया

बातिल से हक़ को दस्त-ओ-गरीबान कर दिया

हिन्दुस्तान में इक नयी रूह फूंककर

आज़ादी-ए-हयात का सामान कर दिया

शेख़ और बिरहमन में बढ़ाया इत्तिहाद

गोया उन्हें दो कालिब-ओ-यकजान कर दिया

ज़ुल्मो-सितम की नाव डुबोने के वास्ते

क़तरे को आंखों-आंखों में तूफ़ान कर दिया