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"सच का सपना / शीन काफ़ निज़ाम" के अवतरणों में अंतर
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आँखों की शाख़ों से | आँखों की शाख़ों से |
13:47, 22 अगस्त 2009 के समय का अवतरण
आँखों की शाख़ों से
ख़्वाब के ख़ोशे<ref>गुच्छे</ref> चुनती
तुम
सपने का सच हो या
सच का सपना
शब्दार्थ
<references/>