भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"लड़की अकेली है इस वक़्त / शलभ श्रीराम सिंह" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
 
|रचनाकार=शलभ श्रीराम सिंह  
 
|रचनाकार=शलभ श्रीराम सिंह  
 +
|संग्रह=उन हाथों से परिचित हूँ मैं / शलभ श्रीराम सिंह
 
}}
 
}}
 
{{KKCatKavita‎}}
 
{{KKCatKavita‎}}
पंक्ति 28: पंक्ति 29:
  
 
'''रचनाकाल : 1992 विदिशा'''
 
'''रचनाकाल : 1992 विदिशा'''
 
'''शलभ श्रीराम सिंह की यह रचना उनकी निजी डायरी से कविता कोश को चित्रकार और हिन्दी के कवि [[कुँअर रवीन्द्र]] के सहयोग से प्राप्त हुई। शलभ जी मृत्यु से पहले अपनी डायरियाँ और रचनाएँ उन्हें सौंप गए थे।'''
 
 
</poem>
 
</poem>

02:48, 5 जनवरी 2010 के समय का अवतरण

लडकी अकेली है अपने सुख में
अपने दुःख में अकेली है लडकी
अकेली है अपनी उत्तेजना और अपने आक्रोश में

अकेली है अपने संवाद में
अपनी चुप्पी में अकेली है लडकी
अकेली है अपनी हँसी में

अकेली है अपनी नीद में
अपने सपनों में अकेली है लडकी
अकेली है अपनी सुबहों में

अकेली है अपनी दोपहरों में
अपनी शामों में अकेली है लडकी
अकेली-अकेली है अपनी किताबों में

लडकी अकेली है अपनी तन्हाइयों में
अपनी जम्हाइयों में अकेली है लडकी
अकेली है अपनी अंगड़ाइयों में
लडकी अकेली है इस वक़्त


रचनाकाल : 1992 विदिशा