Changes

दीपगीत / महादेवी वर्मा

576 bytes removed, 15:27, 17 नवम्बर 2007
{{KKRachna
|रचनाकार=महादेवी वर्मा
|संग्रह=प्रथम आयाम / महादेवी वर्मा
}}
माटी से धरती ने दीप यह बनाया है,{{KKPustak|चित्र=--तूल से बनाई फिर कोमल तन बाती है,|नाम=दीपगीत|रचनाकार=[[महादेवी वर्मा]]तुमसे पा स्नेह|प्रकाशक=--बूँद चेतना का सम्बल भी,|वर्ष=1983दूतिका तुम्हारी बन ज्योति झिलमिलाती है,|भाषा=हिन्दी|विषय=कविता संग्रह सागर से तम की चुनौती स्वीकार कर,|शैली=--|पृष्ठ=दीपशिखा रात को हराकर मुस्काती है, शौर्य देख इसका अब सूरज तुम्हारा भी, सौंप नित्य जाता इसे ज्वाला की थाती है।|ISBN=--|विविध=--''प्रथम आयाम नामक संकलन से''}}