Changes

जीवन गाते-गाते बीते
और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि -सा रीते
दिन भर सागर-तट पर गाऊँ
सोच न हारे-जीते
नव नव धुन जागे जीवन क्षण-क्षण में
नित नव राग उठे जीवन में
गीतों मे सज दूँ जो मन में
दुःख दुख हों मीठे-तीते
जीवन गाते-गाते बीते
और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि -सा रीते
<poem>
2,913
edits