भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"नासिर काज़मी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
					
										
					
					Pratishtha  (चर्चा | योगदान)  | 
				Pratishtha  (चर्चा | योगदान)   | 
				||
| पंक्ति 50: | पंक्ति 50: | ||
* [[किसे देखें कहाँ देखा ना जाये / नासिर काज़मी]]  | * [[किसे देखें कहाँ देखा ना जाये / नासिर काज़मी]]  | ||
* [[करता उसे बेकरार कुछ देर / नासिर काज़मी]]  | * [[करता उसे बेकरार कुछ देर / नासिर काज़मी]]  | ||
| + | * [[नियत-ए-शौक़ भर ना जाये कहीं / नासिर काज़मी]]  | ||
18:48, 19 जून 2008 का अवतरण
नासिर काज़मी की रचनाएँ
नासिर काज़मी
| जन्म | |
|---|---|
| उपनाम | |
| जन्म स्थान | |
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| विविध | |
| जीवन परिचय | |
| नासिर काज़मी / परिचय | |
- मैं कहाँ चला गया / नासिर काज़मी (ग़ज़ल संग्रह)
 - हुस्न को दिल में छुपा कर देखो / नासिर काज़मी
 - कितना काम करेंगे / नासिर काज़मी
 - तू है या तेरा साया है / नासिर काज़मी
 - अपनी धुन में रहता हूँ / नासिर काज़मी
 - वो साहिलों पे गाने वाले क्या हुए / नासिर काज़मी
 - दिल में और तो क्या रखा है / नासिर काज़मी
 - दिल में इक लहर सी उठी है अभी / नासिर काज़मी
 - आज तो बेसबब उदास है जी / नासिर काज़मी
 - आराइश-ए-ख़याल भी हो / नासिर काज़मी
 - दयार-ए-दिल की रात में / नासिर काज़मी
 - किसे देखें कहाँ देखा ना जाये / नासिर काज़मी
 - दिल धड़कने का सबब याद आया / नासिर काज़मी
 - दुख की लहर ने छेड़ा होगा / नासिर काज़मी
 - गये दिनों का सुराग़ लेकर / नासिर काज़मी
 - गिरिफ़्ता-दिल हैं बहुत / नासिर काज़मी
 - किसी कली ने भी देखा न / नासिर काज़मी
 - कुछ तो एहसास-ए-ज़ियाँ था पहले / नासिर काज़मी
 - कुछ यादगार-ए-शहर-ए-सितमगर / नासिर काज़मी
 - मुमकिन नहीं मता-ए-सुख़न / नासिर काज़मी
 - मुसलसल बेकली दिल को रही है / नासिर काज़मी
 - नये कपड़े बदल कर जाऊँ कहाँ / नासिर काज़मी
 - नासिर क्या कहता फिरता है / नासिर काज़मी
 - नीयत-ए-शौक़ भर न जाये कहीं / नासिर काज़मी
 - फिर सावन रुत की पवन चली / नासिर काज़मी
 - सफ़र-ए-मन्ज़िल-ए-शब याद नहीं / नासिर काज़मी
 - तेरे ख़याल से लौ दे उठी है तनहाई / नासिर काज़मी
 - तेरे मिलने को बेकल हो गये हैं / नासिर काज़मी
 - वो दिल नवाज़ है नज़र शनास नहीं / नासिर काज़मी
 - ये भी क्या शाम-ए-मुलाक़ात आई / नासिर काज़मी
 - ज़बाँ सुख़न को, सुख़न बाँकपन को तरसेगा / नासिर काज़मी
 - नये कपड़े बदलकर / नासिर काज़मी
 - तन्हा इश्क के ख़्वाब ना बुन / नासिर काज़मी
 - फिक्र-ए-तामीर-ए-आशियाँ भी है / नासिर काज़मी
 - किसे देखें कहाँ देखा ना जाये / नासिर काज़मी
 - करता उसे बेकरार कुछ देर / नासिर काज़मी
 - नियत-ए-शौक़ भर ना जाये कहीं / नासिर काज़मी
 
	
	