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"शब्द होती है कविता / मोहन आलोक" के अवतरणों में अंतर
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जब असमर्थ हो जाते हैं | जब असमर्थ हो जाते हैं | ||
अर्थ देने में | अर्थ देने में |
02:18, 20 जुलाई 2010 के समय का अवतरण
शब्द
जब असमर्थ हो जाते हैं
अर्थ देने में
तो पंक्ति रची जाती है
पंक्ति,
जब व्यर्थ हो जाती है
भावना की भूमि पर
तो कहानी कही जाती है
कहानी,
जब कह नहीं पाती है
अपने भीतर की कहानी,
तो कविता आती है
और अपने
बिम्बों,
प्रतीकों,
उपमाओं के माध्यम से
अर्थ को पहुंच कर
एक शब्द बन जाती है ।
अनुवाद : नीरज दइया