भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अदम गोंडवी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 32: | पंक्ति 32: | ||
* [[घर में ठण्डे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है / अदम गोंडवी]] | * [[घर में ठण्डे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है / अदम गोंडवी]] | ||
* [[विगट बाढ़ की करुण कहानी / अदम गोंडवी]] | * [[विगट बाढ़ की करुण कहानी / अदम गोंडवी]] | ||
− | |||
− | |||
* [[जो उलझ कर रह गई है / अदम गौंडवी]] | * [[जो उलझ कर रह गई है / अदम गौंडवी]] | ||
+ | </sort> |
16:28, 15 अगस्त 2010 का अवतरण
रामनाथ सिंह
जन्म | |
---|---|
उपनाम | अदम गोंडवी |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
अदम गोंडवी / परिचय |
<sort order="asc" class="ul">
</sort> <sort order="asc" class="ul">
- मुक्तिकामी चेतना अभ्यर्थना इतिहास की / अदम गोंडवी
- जिस्म क्या है रूह तक सब कुछ ख़ुलासा देखिये / अदम गोंडवी
- ग़र चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे / अदम गोंडवी
- हिन्दू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िये / अदम गोंडवी
- तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है / अदम गोंडवी
- वो जिसके हाथ में छाले हैं पैरों में बिवाई है / अदम गोंडवी
- काजू भुनी प्लेट में ह्विस्की गिलास में / अदम गोंडवी
- वेद में जिनका हवाला हाशिये पर भी नहीं / अदम गोंडवी
- ग़ज़ल को ले चलो अब गाँव के दिलकश नज़ारों में / अदम गोंडवी
- चाँद है ज़ेरे क़दम, सूरज खिलौना हो गया / अदम गोंडवी
- न महलों की बुलन्दी से , न लफ़्ज़ों के नगीने से / अदम गोंडवी
- आप कहते हैं सरापा गुलमुहर है ज़िन्दगी / अदम गोंडवी
- जिसके सम्मोहन में पागल धरती है आकाश भी है / अदम गोंडवी
- भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो / अदम गोंडवी
- घर में ठण्डे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है / अदम गोंडवी
- विगट बाढ़ की करुण कहानी / अदम गोंडवी
- जो उलझ कर रह गई है / अदम गौंडवी
</sort>