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"सूरज : अभिमन्यु / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर
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Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: <poem>जलम्यो गीगो अगूण-आंगणै हरख सूरज : अभिमन्यु भेदण आगै आयो मिजळै म…) |
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22:27, 25 नवम्बर 2010 का अवतरण
जलम्यो गीगो
अगूण-आंगणै हरख
सूरज : अभिमन्यु
भेदण आगै आयो
मिजळै मौसम रो रच्यो
पोह-माघ रो धंवर-चक्रव्यूह
जूझै ऐकलो
अर
जूझ्यां ई जावै
म्हैं देखूं-
आभो साफ
चौफेर तावडो : हरख उजास
मुळकै सूरज : अभिमन्यु !