भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=अल्लामा इक़बाल
}}
{{KKCatGhazal‎KKCatGhazal}}
<poem>
आम मशरिक़ के मुसलमानों का दिल मगरिब में जा अटका है
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,103
edits