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हवाओं में जो ये थोड़ी सी नमी है
किसी पुराने समय से चली आई है हमारे लिए हमारी ही देहगंध लिये
 
 
 
 
 
 
(तीन )
 
(समंदर के पास खड़े प्रिय अनुज पवन और स्टेफनी की तस्वीर देखते हुए)
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