भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बच्चा / अवधेश कुमार

3 bytes removed, 19:33, 2 नवम्बर 2008
किसी परीकथा में अपनी हिस्सेदारी
या आपका जूता !
 
आप उसे ज़्यादा से ज़्यादा क्या दे सकते हैं ?
 
आप उसे दे सकते हैं केवल एक चीज़ -
अपना जूता : बाक़ी तीन
चीज़ें आप क़िताब के हवाले कर देते हैं ।
 
कि फिर वह बच्चा ज़िन्दगी भर सोचता रह जाता है
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,340
edits