भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

ख़ानाबदोश / फ़राज़

779 bytes added, 06:56, 10 नवम्बर 2008
* [[आज फिर दिल ने कहा आओ भुला दें यादें / फ़राज़]]
* [[मैं दीवाना सही पर बात सुन ऐ हमनशीं मेरी / फ़राज़]]
* [[ना दिल से आह ना लब सदा निकलती है/ फ़राज़]]* [[तेरी बातें ही सुनाने आये / फ़राज़]]* [[ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे / फ़राज़]]* [[दुख फ़साना नहीं के तुझसे कहें / फ़राज़]]* [[तुझसे बिछड़ के हम भी मुकद्दर के हो गये / फ़राज़]]* [[गनीम से भी अदावत में हद नहीं माँगी / फ़राज़]]* [[ज़ख्म को फ़ूल तो सर-सर को सबा कहते हैं / फ़राज़]]* [[तुझे उदास किया खुद भी सोगवार हुए / फ़राज़]]
* [[बुझा है दिल तो ग़मे-यार अब कहाँ तू भी / फ़राज़]]
Anonymous user