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बादल और कोहरा रहा आएगा
बजरी पर गुस्सा उतारता ही रहेगा पानी
और बंजर ज़मीन पर एक झोंका थरथराएगा!
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : शुचि मिश्रा'''
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