भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मुझे पंख दोगे? / ऋषभ देव शर्मा

96 bytes removed, 20:23, 16 अप्रैल 2009
}}
<Poem>
मैंने किताबें माँगी<br />मुझे चूल्हा मिला,<br /> मैंने दोस्त माँगा <br />मुझे दूल्हा मिला.<br /><br /><br />मैंने सपने माँगे<br />मुझे प्रतिबंध मिले,<br />मैंने संबंध माँगे <br />मुझे अनुबंध मिले.<br /><br /><br />कल मैंने धरती माँगी थी <br />मुझे समाधि मिली थी,<br />आज मैं आकाश माँगती हूँ <br />मुझे पंख दोगे?<br />
</poem>