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"गाँव / मधुप मोहता" के अवतरणों में अंतर

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11:19, 12 दिसम्बर 2010 का अवतरण

एक अँधेरा, एक ख़ामोशी, और तनहाई,
रात के तीन पाँव होते हैं।
ज़िन्दगी की सुबह के चेहरे पर,
रास्ते धूप छाँव होते हैं।

ज़िन्दगी के घने बियाबाँ में,
प्यार के कुछ पड़ाव होते हैं।
अजनबी शहरों में, अजनबी लोगों के बीच,
दोस्तों के भी गाँव होते हैं।