भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पढ़ता हुआ बच्चा (दो) / अक्षय उपाध्याय" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अक्षय उपाध्याय |संग्रह =चाक पर रखी धरती / अक्षय उ…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
20:07, 25 दिसम्बर 2010 के समय का अवतरण
गिटार बजाती माँ का मन भी
गिटार जैसा ही बजता है ?
क़िताबों से घिरा बच्चा सोचता है ।
क़िताबों से गिटार बड़ा है
माँ के कानों में हर बार कहने से पहले
बच्चा खिलखिलाता है
और संगीत की दुनिया में लपक जाता है
बच्चा कॉपी पर पहला अक्षर
क नहीं
ग लिखता है ।