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"हर अनहोनी बात बदल दें / कुमार अनिल" के अवतरणों में अंतर

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<poem>हर अनहोनी बात बदल दें
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चलो आज हालत बदल दें
 
चलो आज हालत बदल दें
  

15:06, 31 दिसम्बर 2010 के समय का अवतरण

हर अनहोनी बात बदल दें
चलो आज हालत बदल दें

सुबह नहीं होनी है जिसकी
आओ ऐसी रात बदल दें

झूठ लिखे जो सच के माथे
एसा कलम- दवात बदल दें

साथी को गुमराह करे जो
साथी, ऐसा साथ बदल दें

जो दिल में नफरत को घोले
आओ ऐसी बात बदल दें