भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गलतबयानी / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल |संग्रह=कुहकी कोयल खड़े पेड़ …) |
छो ("गलतबयानी / केदारनाथ अग्रवाल" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite))) |
(कोई अंतर नहीं)
|
23:15, 9 जनवरी 2011 के समय का अवतरण
ठीक है
सब कुछ ठीक है
दुनिया में
उसने कहा
जो पैसों के पहाड़ पर चढ़ा
स्वर्ग में पहुँचा
जमीन का युद्ध नहीं देखता।
रचनाकाल: २३-०३-१९७३