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23:15, 12 जनवरी 2011 के समय का अवतरण
शाम उतरने पर दूरदराज के गाँव में
एक लोरी
बहकर आती है
फूस के छप्पर के नीचे से
"हमारी मुन्नी सोएगी..."
मूल असमिया से अनुवाद : दिनकर कुमार