भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आदमी / चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> मन…)
 
(कोई अंतर नहीं)

22:52, 14 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

मनुष्यत्व की खोज में
उसने समूचे ब्रह्माण्ड की परिक्रमा की
पाताल से आकाश तक की दूरियाँ नापीं

जब वह लौटा
उसके साथ
देवता ही देवता
राक्षस ही राक्षस थे

आदमी
एक भी न था