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"ख़याल / वाज़दा ख़ान" के अवतरणों में अंतर

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20:39, 21 मार्च 2011 के समय का अवतरण

नवजात ख़वाहिशें
जो मुलायम हैं रेशम-सी
सहलाना आहिस्ता से उनके
कोमल रोयें, पालना उन्हें
जतन से, तबदील करना उन्हें ऊर्जा में
ताकि जड़ अपनी जमा सकें
ज़मीन की गहराई तक

ख़याल रखना उसमें पड़े छोटे-छोटे
दुधमुँहे बीजों का
मुँदी हैं पलकें जिनकी अभी
साँस लेना है जिन्हें अभी

आकार लेना है जिन्हें अभी ।