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"गोया / प्रेमशंकर रघुवंशी" के अवतरणों में अंतर

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11:15, 28 मार्च 2011 के समय का अवतरण

शब्द-शब्द
कण्ठ की धुरी पर
थिरक रहा होता

गोया जब तुम्हें
एकांत में
याद कर रहा होता