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प्रेमशंकर रघुवंशी
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प्रेमशंकर रघुवंशी

| जन्म | 08 जनवरी 1936 | 
|---|---|
| निधन | 21 फ़रवरी 2016 | 
| जन्म स्थान | बैंगनिया, सिवनी मालवा तहसील, हरदा, होशंगाबाद (मध्य प्रदेश) | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| आकार लेती यात्राएँ, पहाड़ों के बीच, देखो साँप : तक्षक नाग, तुम पूरी पृथ्वी हो कविता, पकी फसल के बीच, नर्मदा की लहरों से (सभी कविता-संग्रह), अँजुरी भर घाम, मुक्ति के शंक,सतपुड़ा के शिखरों से (गीत-संग्रह)। | |
| विविध | |
| दुष्यंत पुरस्कार, बालकृष्ण शर्मा नवीन पुरस्कार, वागीश्वरी पुरस्कार, आर्यकल्प पुरस्कार | |
| जीवन परिचय | |
| प्रेमशंकर रघुवंशी / परिचय | |
कविताएँ
- ताख में रखा बाबा का लोटा / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - जिस वक़्त / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - इस बारिश में / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - स्मरण / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - प्रणय का अनहद / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - मकड़ी मकड़ी जाले पूर / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - सुबह की बयार / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - घटा / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - जंगल में / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - जीने का वक़्त है / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - पीकता हुआ / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - परछाईं / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - द्वैत से परे / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - भूख और सूरज / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - प्रेम कविताएं / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - यह पूछने पर / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - प्रार्थना होता जीवन / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - ममत्व से दूर / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - लौटती जनता / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - स्त्री / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - हमारा चाहने वाला / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - गूंजे कूक प्यार की / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - नागार्जुन के महाप्रयाण पर / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - पाकशाला का गीत / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - हां ना के बीच / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - सपनों में सतपुड़ा / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - सिसक रही झुरमुट में तितली / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - इन दिनों / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - गर्भगृह तक / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - गांव आने पर / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - निश्चय ही वहां / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - महक / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - मां की याद / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - मिल बांटकर / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - सतपुड़ा और उसकी बेटी नर्मदा / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - हथेलियां / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - हम उपमा देकर ठगे गए / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - ऐसा लगता है, पता नहीं कैसा लगता है/ प्रेमशंकर रघुवंशी
 - हरदा में / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - गोया / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - तुम मिलो / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - ले लो रे / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - गिलास भर नर्मदा / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - मानसून देखा / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - वे और हम / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - जिनके खातिर / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - जोगी जंगल बीच बसें / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - आतंकवादी चाल तू / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - भावदरिद्र / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - बात / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - आपस में / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - ये आमजन की आग / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - कच्चा दूध / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - कभी-कभी / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - ऐंठूराम / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - बोलो गम / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - सतपुड़ा के शिखरों से / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - तिरस्कार करने पर / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - इबारतें / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - स्थिति / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - छाँव / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - चाहा / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - ओर-छोर / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - हिलकोरने लगता / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - कि / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - अहसास से / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - दस्तकें / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - माला / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - एक-दूसरे के लिए / प्रेमशंकर रघुवंशी
 - हाँ, सिर्फ़ हाँ होता / प्रेमशंकर रघुवंशी
 
	
	