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"आपस में / प्रेमशंकर रघुवंशी" के अवतरणों में अंतर

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11:19, 28 मार्च 2011 के समय का अवतरण

एक कौर
तुम खिलाओ
एक मैं
सबके लिए
परस्पर यह करेंगे
तो दुनिया में
कोई भी
भूख से
कभ्भी नहीं मरेंगे !!