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"नया इतिहास / शैलेश मटियानी" के अवतरणों में अंतर

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19:42, 24 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

अभय होकर
बहे गंगा,
हमें विश्वास देना है
हिमालय को
शहादत से
धुला आकाश देना है !

हमारी
शांतिप्रियता का
नहीं है अर्थ कायरता-
हमें फिर
ख़ून से लिखकर
नया इतिहास देना है !