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"मोर्चा / नील कमल" के अवतरणों में अंतर

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01:49, 5 जून 2011 के समय का अवतरण

सुन कर अच्छा लगता है
कि दिल का मोर्चा बाईं ओर होता है
लहू का रंग लाल होता है

लेकिन नारों की गर्मी से
नहीं गलने वाली है दाल

देखना होगा
दिल के पेंच किस ओर खुलते हैं
किसके लहू में कितना नमक है

लहू में क़ैद रहता है जो लोहा
हमको तुम्हारे क़रीब
खींचता है कि नहीं

लोहे की जगह आयोडिन
लहू में स्थापन्न है कि नहीं

लोहा लोहे को काटता भी है कि नहीं ।