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"तुम्हारे रूप को चाहे भला कहे तो कहे / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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भले ही हमको कोई देवता कहे तो कहे
 
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गुलाब मिलते हैं हर शख्श से अपने की तरह
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17:01, 23 जून 2011 का अवतरण


तुम्हारे रूप को चाहे भला कहे तो कहे
हमारे प्यार को दुनिया बुरा कहे तो कहे

हँसी है आँखों की ऐसी कि आइना भी मात
बस उनको दूध का कोई धुला कहे तो कहे

सही है देखके हमको वे मुस्कुरा बैठे
इसी पे अब जो कोई क्या से क्या, कहे तो कहे

बहुत ही सीधे हैं, सादे हैं आप, और आगे
कहेंगे हम तो नहीं, दूसरा कहे तो कहे

हमें तो खूब है मालूम अपनी कमज़ोरी
भले ही हमको कोई देवता कहे तो कहे

गुलाब मिलते हैं हर शख्स से अपने की तरह
अब उनको कोई बुरा या भला कहे तो कहे