भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"इंसान कहाँ (हाइकु) / जगदीश व्योम" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
|रचनाकार=जगदीश व्योम | |रचनाकार=जगदीश व्योम | ||
}} | }} | ||
− | + | ||
<poem> | <poem> | ||
इर्द गिर्द हैं | इर्द गिर्द हैं |
10:48, 10 जुलाई 2011 का अवतरण
इर्द गिर्द हैं
साँसों की मशीने
इंसान कहाँ !