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"प्रार्थना-घर / विजय गुप्त" के अवतरणों में अंतर

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03:03, 21 जुलाई 2011 के समय का अवतरण

टूट गया जीवन-समास
इष्ट हुए गौण
केवल वास्तु-शिल्प मुखर

प्रार्थनाओं की शाम
रक्त के तालाब में
डूब गई

वर्दियों के धुँधलके में
हमारा प्रार्थना-घर ।