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निदा फाजली साहब के दोहे
 
निदा फाजली साहब के दोहे
  
मैं रोया परदेस में भीगा मान का प्यार !
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मैं रोया परदेस में भीगा माँ का प्यार !
 
दुःख ने दुःख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार !!
 
दुःख ने दुःख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार !!
  

19:25, 7 अक्टूबर 2011 का अवतरण

निदा फाजली साहब के दोहे

मैं रोया परदेस में भीगा माँ का प्यार ! दुःख ने दुःख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार !!

छोटा करके देखिये जीवन का विस्तार ! आँखों भर आकाश है बाँहों भर संसार !!

सबकी पूजा एक सी अलग हर रीत ! मस्जिद जाये मौलवी कोयल गए गीत !!