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"दंभ की आग ( हाइकु) /रमा द्विवेदी" के अवतरणों में अंतर

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इक्कसवीं सदी में<br>
 
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10:57, 22 जून 2012 का अवतरण

    
१- क्या -क्या जंजाल

इक्कसवीं सदी में

सब बेहाल |



२- दंभ की आग

जल रहा आदमी

बुझे तो कैसे?



३- जीवन -यात्रा

फूल मिलें या काँटे

फिर भी चलें|



४- शीत-लहर

प्रकृति का कहर

मौत -पैगाम |