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एक कहै हँसि उधवजू!ब्रज की जुवती तजि चंद्रप्रभा सी. | एक कहै हँसि उधवजू!ब्रज की जुवती तजि चंद्रप्रभा सी. | ||
जाय कियो कहँ तोष प्रभू!इक प्रानपिया लहि कंस की दासी. | जाय कियो कहँ तोष प्रभू!इक प्रानपिया लहि कंस की दासी. | ||
जो हुते कान्ह प्रवीन महा सो हहा!मथुरा में कहाँ मतिनासी. | जो हुते कान्ह प्रवीन महा सो हहा!मथुरा में कहाँ मतिनासी. | ||
जीव नहीं उबियात जबै ढिग पौढ़ति हैं कुबिजा कछुआ सी? | जीव नहीं उबियात जबै ढिग पौढ़ति हैं कुबिजा कछुआ सी? |
10:16, 4 अक्टूबर 2012 का अवतरण
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एक कहै हँसि उधवजू!ब्रज की जुवती तजि चंद्रप्रभा सी.
जाय कियो कहँ तोष प्रभू!इक प्रानपिया लहि कंस की दासी.
जो हुते कान्ह प्रवीन महा सो हहा!मथुरा में कहाँ मतिनासी.
जीव नहीं उबियात जबै ढिग पौढ़ति हैं कुबिजा कछुआ सी?