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"सूरज पर प्रतिबंध अनेकों / कुमार विश्वास" के अवतरणों में अंतर

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हमने जीवन की चौसर पर  
 
हमने जीवन की चौसर पर  
 
दाँव लगाए आँसू वाले
 
दाँव लगाए आँसू वाले
कुछ लोगो ने हर पल, हर दिन  
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कुछ लोगों ने हर पल, हर दिन  
 
मौके देखे बदले पाले
 
मौके देखे बदले पाले
 
हम शंकित सच पा अपने,  
 
हम शंकित सच पा अपने,  

15:05, 12 जुलाई 2013 के समय का अवतरण

सूरज पर प्रतिबंध अनेकों
और भरोसा रातों पर
नयन हमारे सीख रहे हैं
हँसना झूठी बातों पर

हमने जीवन की चौसर पर
दाँव लगाए आँसू वाले
कुछ लोगों ने हर पल, हर दिन
मौके देखे बदले पाले
हम शंकित सच पा अपने,
वे मुग्ध स्वयं की घातों पर
नयन हमारे सीख रहे हैं
हँसना झूठी बातों पर

हम तक आकर लौट गई हैं
मौसम की बेशर्म कृपाएँ
हमने सेहरे के संग बाँधी
अपनी सब मासूम खताएँ
हमने कभी न रखा स्वयं को
अवसर के अनुपातों पर
नयन हमारे सीख रहे हैं
हँसना झूठी बातों पर