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+ | * [[न ग़ुबार में न गुलाब में मुझे देखना / 'अदा' ज़ाफ़री]] | ||
+ | * [[आख़िरी टीस आज़माने को / 'अदा' ज़ाफ़री]] | ||
+ | * [[शायद अभी है राख में कोई शरार भी / 'अदा' ज़ाफ़री]] |
13:15, 18 जुलाई 2013 का अवतरण
'अदा' ज़ाफ़री
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जन्म | 23 अगस्त 1934 |
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जन्म स्थान | बदायूँ, उत्तरप्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
मैं साज ढूंढती रही, गज़ालां तुम तो वाकिफ़ हो | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
'अदा' ज़ाफ़री / परिचय |
ग़ज़लें
- आलम ही और था / 'अदा' ज़ाफ़री
- अचानक दिल-रुबा मौसम का / 'अदा' ज़ाफ़री
- दीप था या तारा क्या जाने / 'अदा' ज़ाफ़री
- घर का रस्ता भी मिला था शायद / 'अदा' ज़ाफ़री
- गुलों को छू के शमीम-ए-दुआ / 'अदा' ज़ाफ़री
- गुलों सी गुफ़्तुगू करें / 'अदा' ज़ाफ़री
- हाल खुलता नहीं जबीनों से / 'अदा' ज़ाफ़री
- हर गाम सँभल सँभल रही थी / 'अदा' ज़ाफ़री
- हर इक दरीचा किरन किरन है / 'अदा' ज़ाफ़री
- जो चराग़ सारे बुझा चुके उन्हें इंतिज़ार कहाँ रहा / 'अदा' ज़ाफ़री
- काँटा सा जो चुभा था / 'अदा' ज़ाफ़री
- ख़लिश-ए-तीर-ए-बे-पनाह गई / 'अदा' ज़ाफ़री
- ख़ुद हिजाबों सा ख़ुद जमाल सा था / 'अदा' ज़ाफ़री
- कोई संग-ए-रह भी चमक उठा / 'अदा' ज़ाफ़री
- उजाला दे चराग़-ए-रह-गुज़र / 'अदा' ज़ाफ़री
- हर एक हर्फ़-ए-आरज़ू को दास्ताँ किये हुए / 'अदा' ज़ाफ़री
- न ग़ुबार में न गुलाब में मुझे देखना / 'अदा' ज़ाफ़री
- आख़िरी टीस आज़माने को / 'अदा' ज़ाफ़री
- शायद अभी है राख में कोई शरार भी / 'अदा' ज़ाफ़री