गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
तरंग / मानोशी
131 bytes added
,
03:29, 29 सितम्बर 2013
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मानोशी
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>एक तरंग
समंदर से, आकाश से, धरती से
बहुत गहरी बहुत फैली, बहुत ऊँची
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,141
edits