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"प्रतिक्रिया / शशि सहगल" के अवतरणों में अंतर

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11:03, 16 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

नेहरू के निःशस्त्रीकरण के दर्शन
और अनेक देशों से/शान्तिपूर्ण संधियाँ
और विश्वशांति पर दिये गये
भाषणों को सुन
मुझ पर भी प्रतिक्रिया हुई।
शान्ति की नहीं
दया, करुणा, ममता की नहीं
विश्वबधुत्व की भी नहीं
इन खोखली कसमों
और वादों से ऊब
मैंने हाथ में बन्दूक उठा ली।