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"खेत अर मेढ़ / प्रमोद कुमार शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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जडां खोद‘र
 
जडां खोद‘र
 
उपर अनै ओर उपर
 
उपर अनै ओर उपर
 
चढ़ता ऐ लोग
 
चढ़ता ऐ लोग
 
कांई समझ बैठ्या है
 
कांई समझ बैठ्या है
पेड़ नै !
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पेड़ नै!
  
स्यात् ।
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स्यात्।
 
जाणै नीं ऐ लोग
 
जाणै नीं ऐ लोग
 
कै खेत
 
कै खेत
 
कणाई उलांड नईं सकै
 
कणाई उलांड नईं सकै
मेढ़ नै !
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मेढ़ नै!
 
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13:44, 16 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

जडां खोद‘र
उपर अनै ओर उपर
चढ़ता ऐ लोग
कांई समझ बैठ्या है
पेड़ नै!

स्यात्।
जाणै नीं ऐ लोग
कै खेत
कणाई उलांड नईं सकै
मेढ़ नै!