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"रात / रामस्वरूप किसान" के अवतरणों में अंतर

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13:51, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

रात
सृष्टि री मां

हारी थकी
जीया जूण नै सुवाणै

खुद पड़ी-पड़ी
बीतज्यै पगाणै।