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"भोळा / कन्हैया लाल सेठिया" के अवतरणों में अंतर

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रूसग्यो बां स्यूं  
 
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14:51, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

भूल‘र
आपरो सभाव
कोनी छोडै
सूळां री देखादेखी
मुरझायां पछै डाळ
केई भोळा फूल,
कोनी समझै
डफोळा
रूसग्यो बां स्यूं
मूळ !