भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"डर / शशि सहगल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शशि सहगल |अनुवादक= |संग्रह=मौन से स...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
16:20, 23 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
डर
पनी में गिरी
तेल की बूँद
धीरे धीरे
पूरे व्यक्तित्व को
ग्रसित करने में समर्थ