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देखल भानुमान जन जीवन धन उसरल भूतलसँ
लड़खड़ाय नहि देह सम्हरलनि चलला नभमण्डलसँ
भेल अनर्थ ऊर्ध्वकर कहिते पश्चिम जलनिधि खसला
मुख निरखओता कोना लोकके पानिक तरमे धसला।